किसी विशेष टास्क को पूरा करने के लिए एक डेवलपर या फिर कंपनी द्वारा Application software का निर्माण किया जाता है। बता दें कि एप्लीकेशन प्रोग्राम को नोर्मल उद्देश्य को पूरा करने के लिए क्रिएट किया जाता है जैसे कि प्रोडक्शन का लेखा-जोखा करने के लिए, नॉर्मल बिल बुक तैयार करने के लिए अथवा एकाउंटिंग से संबंधित काम को करने के लिए या फिर खाता बही तैयार करने के लिए।
मुख्य तौर पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग डिमांड के आधार पर क्रिएट किए जाते हैं। अधिकतर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की डिमांड बैंक, हॉस्पिटल, इंश्योरेंस कंपनी और पब्लिकेशन करते हैं।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग
प्रोग्राम तथा प्रोग्राम्स का एक ऐसा समूह जिनका उपयोग एंड यूजर्स द्वारा किया जाता है वह एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में कंप्यूटर पर आधारित जिन मुख्य कामों को करने के लिए प्रोग्राम्स का इस्तेमाल किया जाता है उन्हें एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहा जाता है। यहाँ से आप एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कौन सा है पढ़ सकते है।

Application Software की खासियत है कि हम कभी भी आवश्यकता पड़ने पर Application सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करके हम चला सकते हैं और आवश्यकता खत्म हो जाने पर हम उसे अनइनस्टॉल करके अपने डिवाइस से रिमूव कर सकते हैं। यूजर की इच्छा के मुताबिक भिन्न भिन्न एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्रिएट किए जाते हैं। इस आर्टिकल में आप एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से जुड़ी खास बातें जानेंगे।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल क्या है?
विभिन्न प्रकार के कार्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग प्रकार के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को डेवलपर कंपनी या फिर डेवलपर व्यक्ति के द्वारा तैयार किया जाता है। बता दें कि, जिस काम को करने के लिए जिस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को तैयार किया जाता है उस पर उसी काम को किया जा सकता है, उसके अलावा दूसरा कोई काम उसके ऊपर नहीं किया जा सकता है।
हालांकि इसके अलावा कुछ ऐसे मल्टी परपज वाले एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर भी होते हैं जिस पर हम एक साथ ही कई प्रकार के कामों को कर सकते हैं। जैसे कि पेटीएम।
पेटीएम पर हम कई काम एक साथ कर सकते हैं। इसके अलावा एमएस वर्ड जैसे प्रोसेसर प्रोग्राम पर हम सिर्फ टेक्स्ट की एडिटिंग, टेक्स्ट की टाइपिंग, उसकी फॉर्मेटिंग जैसे काम पूरे कर सकते हैं, वही अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर टैली पर हम सिर्फ अकाउंटिंग से रिलेटेड वर्क को ही कर सकते हैं।
इसके अलावा एडिटिंग सॉफ्टवेयर फोटो शॉप पर हम सिर्फ फोटो एडिटिंग करने का काम ही कर सकते हैं। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अन्य कार्य निम्न प्रकार से हैं।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कितने प्रकार हैं?
निचे आपको एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के प्रकार के बारे मं बताया गया है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की विशेषता क्या है?
नीचे आपको एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की कुछ विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रोवाइड की गई है।
उपयोगकर्ताओं की आवश्यक्ता को देखते हुए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को क्रिएट किया जाता है।
सभी प्रकार के फंक्शन, टूल और पूरी सामग्री हमें एक सिंगल विंडो पर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंदर प्राप्त हो जाती है जिसके कारण हम जल्दी से अपने काम कर लेते हैं। इस प्रकार हमारा समय बचता है।
जिन लोगों को एप्लीकेशन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है उन लोगों के लिए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि यह एक नॉर्मल यूजर के काम को आसान बनाने में उनकी काफी सहायता करता है।
कुछ एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ऐसे भी होते हैं जिसमें आवश्यकता के हिसाब से Add-ons की सर्विस भी यूजर को प्राप्त हो जाती है।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाना बहुत ही आसान होता है क्योंकि इसका निर्माण करते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि यह User-Friendly हो।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसे यूजर की किसी विशेष डिमांड को पूरा करने के लिए या फिर यूजर के किसी विशेष काम को पूरा करने के लिए डिजाइन और तैयार किया जाता है। जिस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को जिस काम के लिए बनाया जाता है उसमें हम उसी काम को कर सकते हैं, उसके अलावा कोई दूसरा काम हम नहीं कर सकते।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कितने प्रकार हैं?
Application Software के अनेक उदाहरण हैं जिनमें से वेब ब्राउज़र, MS -Word इत्यादि कुछ प्रमुख है।
निष्कर्ष
तो साथियों इस लेख को पढ़ने के बाद एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग और यह क्यों जरूरी है? अब आप भली-भांति जान चुके होंगे। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करना ना भूलें। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कौन-कौन से को ले कर अगर आपके मन में कुछ डाउट है तो निचे कमेंट के माध्यम से हमें बतेयें।