चलिए करते है कंप्यूटर से परिचय. वर्षों से यदि आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते आए हैं तो कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है? कंप्यूटर के उपयोग क्या है? आप भली-भांति समझते होंगे! लेकिन यदि आप कंप्यूटर के विषय पर सीखने की शुरुआत कर रहे हैं तो सबसे पहले कंप्यूटर से परिचित होना जरूरी हो जाता है.

अतः आज की इस पोस्ट में हम आपको कंप्यूटर का परिचय बताने जा रहे हैं! क्योंकि कई बार परीक्षाओं में या फिर वे लोग जिन्हें कंप्यूटर के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है उनके द्वारा अक्सर पूछा जाता है कि कंप्यूटर क्या होता है? इसका क्या काम होता है?

तो यदि आप कंप्यूटर नामक इस मशीन से परिचित हैं, तो आप भली-भांति उनके सवालों का जवाब दे पाएंगे. यदि नहीं है तो चलिए कंप्यूटर से जुड़े इस महत्वपूर्ण टॉपिक की शुरुआत कर जानते हैं.

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कंप्यूटर किसे कहते है?

कंप्यूटर एक प्रोग्राम योग्य मशीन है, जो सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के माध्यम से यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर परिणाम दिखता है.

इसे अधिक सरल शब्दों में कहा जाए तो “यह बिजली से कार्य करने वाली एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है” जिसका उपयोग मनुष्य द्वारा जानकारी प्राप्त करने, उसे डाटा के रूप में स्टोर करने एवं व्यवस्थित करने हेतु किया जाता है.

कंप्यूटर शब्द लैटिन भाषा के computare से आया है, कंप्यूटर किसी भी डाटा को इनपुट के रूप में लेता है तथा उस raw डाटा को प्रोसेस करने के बाद Output show करता है.

इन कार्यों को करने के लिए कंप्यूटर के दो मुख्य पार्ट्स काम में लिए जाते हैं, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर यह दोनों एक दूसरे के पूरक हैं बिना इनके कंप्यूटर को एक यूजर एक्सेस नहीं कर सकता.

शुरुआत में कंप्यूटर का इस्तेमाल करने का महज उद्देश्य कैलकुलेशन करना था. इसलिए इस मशीन को गणना करने वाली एक मशीन या फिर संगणक के तौर पर जाना जाता था.

लेकिन वर्तमान में कंप्यूटर काफी एडवांस हो चुके हैं जो न सिर्फ कैलकुलेशन बल्कि ईमेल भेजने, Documents Create करने इत्यादि अनेक कार्यों को करने की वजह से इनका इस्तेमाल घर, बैंक, स्कूल से लेकर वैज्ञानिकों द्वारा Research हेतु किया जाता है.

आधुनिक कंप्यूटर के जनक

लंदन के एक महान गणितज्ञ, फिलॉस्फर, एवं इंजीनियर “चार्ल्स बैबेज” को कंप्यूटर का पितामह कहा जाता है. 1830 दशक के मध्य में चार्ल्स द्वारा गणना करने वाली एक ऐसी मशीन का आविष्कार किया गया जिसे आज पूरी दुनिया कंप्यूटर के नाम से जानती है.

बचपन से ही चार्ल्स पढ़ाई में कुशाग्र बुद्धि के थे वर्ष 1837 में उन्होंने एक एनालिटिकल इंजन आविष्कार किया जिसे आज के कंप्यूटर्स की नींव माना जाता है.

कंप्यूटर का पूरा नाम

C – commonly
O – Operated
M – Machine
P – Particularly
U – Used in For
T – Technical
E – Education and Research
R – Research

आज तक आपने इस फुल फॉर्म का अध्ययन कई बार कंप्यूटर की पुस्तकों में किया होगा, लेकिन अगर आप गूगल करें तो आप पाएंगे कि कंप्यूटर की और भी कई अन्य फुल फॉर्म हैं तो सवाल आता है कि कौन सी सही या Real फुल फॉर्म है तो!

आपके बेहतर सामान्य ज्ञान के लिए बता दें कि अभी तक कंप्यूटर की कोई भी स्टैंडर्डाइज्ड फुल फॉर्म नहीं है! हालांकि कंप्यूटर के जानकारों द्वारा इसकी विभिन्न प्रकार की फुल फॉर्म निकाली गई है लेकिन आधिकारिक रूप से किसी भी फुल फॉर्म को स्वीकृति नहीं मिली है.

फिर चाहे बात हो इंग्लिश में कंप्यूटर की फुल फॉर्म की या फिर हिंदी में , बता दें कंप्यूटर को हिंदी में “संगणक” कहा जाता है.

कंप्यूटर के भाग

कंप्यूटर को चलाने के लिए आंतरिक और बाहरी काम आते हैं! जिनकी मदद से यह मशीन सुचारू रूप से काम कर पाती है. कंप्यूटर के कुछ मुख्य भागों के नाम नीचे दिए गए हैं.

CPU को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है, क्योंकि कंप्यूटर को एक यूजर द्वारा जो भी कमांड दी जाती है! उसका जवाब सीपीयू से गुजरने के बाद ही आपकी मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाई देता है.

कंप्यूटर के महत्वपूर्ण पार्ट Motherboard से अटैच होते है! मदर बोर्ड में कई पार्ट्स आंतरिक और External रूप से जुड़े रहते हैं जैसे Ram, Rom, कीबोर्ड माउस इत्यादि. तो कंप्यूटर का परिचय देते हुए उसके सभी अंगों के बारे में जानते है.

Monitor Screen

गेम्स खेलने वीडियोस देखने या फिर कंप्यूटर में कोई भी अन्य टास्क करने के लिए प्रयोग होने वाली कंप्यूटर स्क्रीन को हम Monitor कहते हैं. जब भी कंप्यूटर को इनपुट दिया जाता है तो उस डाटा को Process करने के बाद जो रिजल्ट प्रोड्यूस होता है उसे मॉनिटर स्क्रीन पर दिखाया जाता है इसलिए इसे एक Output Device भी कहा जाता है.

Keyboard

कोई भी टेक्स्ट, सिंबल, नंबर्स को टाइप करने के लिए एक कीबोर्ड की आवश्यकता कंप्यूटर में होती है. इसलिए टाइपिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इस गैजेट को कीबोर्ड कहा जाता है. जिसकी मदद से आप कंप्यूटर को इनपुट देते हैं इसलिए इसे एक इनपुट डिवाइस कहा जाता है.

Mouse

Computer स्क्रीन पर किसी भी एप्लीकेशन को ओपन करने, icons पर क्लिक करने के लिए माउस का उपयोग किया जाता है इस डिवाइस की मदद से स्क्रीन के किसी भी भाग में क्लिक किया जा सकता है.

तो साथियों यह थे वे सभी मुख्य कॉम्पोनेंट्स, जब ये एक साथ मिलकर कार्य करते हैं तो इस सम्पूर्ण मशीन को कंप्यूटर का नाम दिया जाता है.

कंप्यूटर की विशेषता

कंप्यूटर के परिचय का अध्ययन करते समय आपको इस मशीन की खूबियों से भी वाकिफ होना जरूरी है तो आइए जानते हैं कौन कौन सी हैं इसकी मुख्य विशेषताएं

स्पीड

मनुष्य की तुलना में यह काफी फास्ट होती है एक कंप्यूटर एक सेकंड में लाखों गणना करने योग्य होता है अतः स्पीड की वजह से इसका इस्तेमाल आज हर जगह किया जाता है.

शुद्धता

फास्ट होने के साथ-साथ कंप्यूटर Accurate भी होते हैं, जी हां इसमें गलतियों की गुंजाइश न के बराबर होती है. क्योंकि कंप्यूटर किसी भी टास्क को बिना गलती के परफॉर्म करने के लिए बनाए गए हैं.

दोहराव

एक ही टास्क को बार बार बिना गलती के लंबे समय तक जब किया जाता है, तो इसे Repetition कहते हैं, और यही कार्य बिना थके जो मशीन कर सकती है वह है कंप्यूटर

त्वरित प्रतिक्रिया

तेजी से एक्शन लेने की क्षमता भी इसका एक मुख्य गुण है कंप्यूटर को आप कोई भी निर्देश देते हैं उसे यह सेकंड्स में पूर्ण करने की क्षमता रखता है.

गोपनीयता

इतनी सारी खूबियों के साथ साथ कंप्यूटर डाटा को सुरक्षित रखने के लिए भी मददगार साबित होता है. इसमें आप किसी जानकारी को पासवर्ड की मदद से प्रोटेक्टेड रख सकते हैं.

निष्कर्ष

आज के इस पोस्ट कंप्यूटर का परिचय का अध्ययन करने के बाद आपको इस मशीन के बारे में उपयोगी जानकारियां इस लेख में मिल चुकी होंगी.

इस पोस्ट को पढ़ने के बाद यदि कंप्यूटर से जुड़ा कोई प्रश्न आपके दिमाग में है, तो आप बेझिझक कमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते हैं. और हां यह जानकारी हेल्पफुल साबित हुई है तो इसे शेयर करके दूसरों की मदद करना ना भूले.

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कंप्यूटर एडिशन की संपादकीय टीम आपको सरल भाषा में कंप्यूटर से संबधित सभी साधारण जानकारी सहित ज्ञान कौशल की तालीम प्रदान करती है।

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