इसी लेख में हम सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण के बारे में जानेंगे। कंप्यूटर के हार्डवेयर को मैनेज करने और उन्हें नियंत्रित करने का कार्य जो सॉफ्टवेयर करते हैं उन्हें सिस्टम सॉफ्टवेयर के तहत जाना जाता है। बता दें कि एक कंप्यूटर को चलाने में एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर का उपयोग होता है।
कुछ ऐसे भी लोग हैं जो ऑपरेटिंग सिस्टम को सिस्टम सॉफ्टवेयर समझने की भूल कर बैठते हैं परंतु इसमें काफी अंतर है। जो सिस्टम सॉफ्टवेयर होते हैं यह कंप्यूटर, डेस्कटॉप या फिर लैपटॉप में बेसिक लेवल पर कार्य करते हैं, अतः आज हम इस लेख के माध्यम से संक्षेप में आपको सिस्टम सॉफ्टवेयर के नाम बताएंगे।
सिस्टम सॉफ्टवेयर कौन-कौन से हैं?
सरल शब्दों में कहें तो जो प्रोग्राम्स कंप्यूटर को चलाने और उसे हमेशा कार्य करने के लायक बनाए रखते हैं, ऐसे Programs को सिस्टम सॉफ्टवेयर कहकर बुलाया जाता है। हार्डवेयर में जान फूंकने का काम भी सिस्टम सॉफ्टवेयर ही करते है।

अगर हम यह कहे कि बिना सिस्टम सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर एक बेजान मशीन है तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी। क्योंकि आपके कंप्यूटर, लैपटॉप में मौजूद एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को चलाने में सिस्टम सॉफ्टवेयर के द्वारा बहुत ही बड़ी भूमिका निभाई जाती है।
इसके अलावा यह आपके कंप्यूटर को मैनेज करने का वर्क भी करता है, साथ ही साथ एक इंटरफ़ेस के तहत यह यूजर और सिस्टम के बीच काम करता है। बॉयोस, ड्राइवर, ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ बेसिक एग्जांपल हैं।
सिस्टम सॉफ्टवेयर के नाम
नीचे हम आपको सिस्टम सॉफ्टवेयर के कुछ उदाहरण की जानकारी दे रहे हैं।
1. Fedora Linux
कंप्यूटर की भाषा में इसे फेडोरा के तहत जाना जाता है जो कि लिनक्स का वर्जन है। फेडोरा लिनक्स को डेवलपर के ग्रुप के द्वारा क्रिएट किया गया है। फेडोरा लिनक्स की पैरंट रेड हैट कंपनी है। आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दे इस सिस्टम OS को सर्वप्रथम साल 2003 में 6 नवंबर को प्रस्तुत किया गया था
परंतु लॉन्च करने के कुछ ही दिनों के बाद इसकी पैरंट कंपनी ने अपने ऑफिशियल लिनक्स डिस्ट्रीब्यूशन, Red Hat Linux को स्टॉप कर दिया। इसका यूज व्यक्ति फ्री में कर सकता है क्योंकि यह फ्री है। सामान्य तौर पर इसकी रिलीजिंग और अपडेटिंग का काम हर 6 महीने में पूरा होता है।
2. Ubuntu
लिनक्स पर आधारित यह सिस्टम सॉफ्टवेयर का बहुत ही पॉपुलर एग्जांपल है जो कि काफी ज्यादा स्थिर और सिक्योर माना जाता है।आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि साल में तकरीबन 2 बार इसे अपडेट किया जाता है जिसमें इसकी पहली अपडेटिंग अप्रैल के महीने में होती है और इसकी दूसरी अपडेटिंग अक्टूबर के महीने में होती है।
3. Microsoft Windows
यह दुनिया का बहुत ही पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे डिवेलप करने का काम माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने किया था। 90 के दशक के आसपास इसने सबसे अधिक लोकप्रियता पाई। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का पहला संस्करण साल 1985 में लांच हुआ था और तब से ही आज तक इसके कई वर्जन आ चुके हैं जिसे लोगों के द्वारा काफी ज्यादा पसंद किया गया है।
वर्तमान के टाइम में कई छोटे-बड़े इंस्टिट्यूट में माइक्रोसॉफ्ट विंडोस का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि कई बार इसमें Malware वायरस की शिकायतें भी आई, परंतु कंपनी के द्वारा उसे हर बार दूर किया गया और लोगों के लिए इसे और भी ज्यादा सिक्योर बनाया गया।
4. Android
वर्तमान के टाइम में अधिकतर कंपनी एंड्राइड एप्लीकेशन डेवलपमेंट पर ध्यान दे रही है क्योंकि एंड्राइड एप्लीकेशन का इस्तेमाल आज के समय में ज्यादा हो रहा है जिसके पीछे मुख्य वजह एंड्रॉयड स्मार्टफोन कि अधिक खरीदारी है।
यह ऑपरेटिंग सिस्टम दुनिया में काफी ज्यादा पसंद किया जाता है और इसका कंपटीशन हमेशा एप्पल के ios स्टोर से होता रहता है। दुनिया में अधिकतर लोग या तो एंड्रॉयड एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं या फिर आईओएस एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं।
एंड्रॉयड पर आपको बहुत सारी एप्लीकेशन फ्री में डाउनलोड करने के लिए मिल जाएंगी और इसका सपोर्ट गूगल भी करता है।
5. Driver
आपकी इंफॉर्मेशन के लिए बता दें कि सामान्य तौर पर ड्राइवर किसी एक खास कम्पनी या संस्था का सॉफ्टवेयर नहीं होता है परंतु इन्हें ब्रांड के द्वारा प्रजेंट किया जाता है। उदाहरण स्वरूप ग्राफिक कार्ड के मामले में एमडी, प्रिंटर के मैटर में मदर बोर्ड, एचपी के मामले में एएसयूएस या फिर बाय स्टार इसके प्रमुख उदाहरण है।
6. Boot Management
जब कंप्यूटर ऑन होता है तब यह प्रक्रिया कुछ सेकंड के लिए चालू होती है। इस प्रक्रिया में कंप्यूटर के स्टार्ट होने से लेकर के कंप्यूटर की स्क्रीन पर पिक्चर दिखाई देने तक की प्रोसेस शामिल होती है।
7. Glibc
ऑपरेटिंग सिस्टम में जितने भी प्रोग्राम चलते रहते हैं उनमें से अधिकतर प्रोग्राम इसके ऊपर ही डिपेंड करते हैं। यह एक ओपन सोर्स लाइब्रेरी है जिसमें कई बेसिक वर्क ऐड होते हैं और सिस्टम कॉल करने की जिम्मेदारी भी इसके ऊपर ही आधारित होती है।
8. GNOME
यह बहुत ही सरल होता है और इसका इस्तेमाल करना भी बहुत ही आसान होता है, हालांकि जो गनोम यूज़र होते हैं उन्हें इसका इस्तेमाल पहली बार करने में थोड़ी सी कठिनाई अवश्य होती है परंतु धीरे-धीरे वह भी इसका यूज करना सीख जाते हैं।
9. Bios
मदर बोर्ड में जो BIOS चिप होती है उसी के अंदर यह मौजूद होता है। आप इसे Rewrite भी कर सकते हैं और इसे अपडेट भी कर सकते हैं। कंप्यूटर में इसके मुख्य तौर पर 4 कार्य होते हैं पोस्ट, बूटस्ट्रैप लोडर, सेटअप, बॉयोस।
10. MacOS
जिस प्रकार विंडोज एक ऑपरेटिंग सिस्टम है उसी प्रकार यह भी एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका निर्माण करने का काम और मैनेजमेंट करने की जिम्मेदारी एप्पल कंपनी के पास है। कई कंप्यूटर और लैपटॉप में यह ऑपरेटिंग सिस्टम पाया जाता है। जिन्हें हम सामान्यतः Apple computer कहते है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर किससे जुड़ा हुआ होता है?
कंप्यूटर के हार्डवेयर से सीधा सिस्टम सॉफ्टवेयर कनेक्टेड होता है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या होता है?
प्रोग्राम का समूह एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर के हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर को कंट्रोल करता है।
सॉफ्टवेयर के दो वर्ग कौन से हैं?
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, सिस्टम सॉफ्टवेयर
निष्कर्ष
तो मित्रो हमें पूर्ण आशा है इस लेख को पढ़ने के बाद सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण को आप समझ चुके होंगे। अगर आप इस आर्टिकल में दी गई जानकारी से संतुष्ट हैं, तो इसे शेयर भी जरूर करें।